शुक्र, 22 सितंबर, 2023 - शुक्र, 6 अक्टूबर, 2023 ”
–और इसकी पूजा 6 अक्टूबर को होगी
अब माता को सिंदूर से फिर चन्दन से फिर हल्दी चाबल से तिलक लगाये
और माता को नारियल भेट चढ़ाये फिर अगरबत्ती और कलष जलाये
अब माँ को सिंगार चढ़ाये और उस के पाश्चात कथा पढ़े
और जो कुछ भी प्रशादअपने बनाया है माँ को अर्पण करे और जब माँ की आरती करे
अब नारियल को तोड़ कर भोग लगा देऔर पसद सब को दे और आप खाये