क्या हुआ जो अब अचानक अयोध्या पहुंचा सैकडो नागों का झुंड आखिर भगवान श्रीराम का नागों के साथ क्या संबंध है? आखिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले इतने सारे एक के बाद नाग अयोध्या से कैसे निकल रहे हैं? वो भी अलग अलग प्रजाति के नाग विडिओ मे आगे बडने से पहले अगर आप भी सनातनी है तो वीडियो को लाइक करके, कमेंट बॉक्स में जय श्रीराम लिखना बिल्कुल ना भूलें। दरअसल 22 जनवरी सोमवार के दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का इंतजार बेसबरी से देशवासियों को है। श्रीराम के भव्य स्वागत के लिए तैयारियां जोरों शोरों पर है। ये तारीख कोई आम तारीख नहीं है बल्कि इसके पीछे कई महत्वपूर्ण राज भी छुपे हैं। आखिर राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी का समय ही क्यों चुना गया? क्या आपने ये सोचा है की क्या इसके पीछे भी कोई रहस्य हो सकता है? दरअसल, त्रेतायुग में प्रभु श्रीराम का जन्म अभिजीत मुहूर्त में हुआ था। 22 जनवरी सोमवार के दिन नक्षत्र में अभिजीत मुहूर्त का संयोग बन रहा है। यही कारण है कि इस तिथि को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए चुना गया है। जैसे जैसे प्राण प्रतिष्ठा का समय नजदीक आ रहा है, वैसी वैसी अलग अलग प्रजाति के नाग अचानक अयोध्या में आ रहे हैं। अयोध्या वासियों के लिए ये खतरा तो बनते जा ही रहे हैं लेकिन ये अचंभित कर देने वाली बात भी है। चौंकाने वाली बात तो ये है कि इनमें दो प्रजाति के नाग अलग अलग क्षेत्रों में बार बार निकल रहे हैं जिनका संबंध वासुकी और तक्षक नाग के साथ जोड़ा जा रहा है। कहते है की है कि प्रभु श्रीराम के भाई यानी लक्ष्मण साक्षात अनंत शेषनाग का रूप है और वासुकी, तक्षक और शेषनाथ तीनों ही आपस में भाई हैं, जिसमें तक्षक और वासुकी नाग पाताल में निवास करते हैं और शेषनाग बैकुंठ मे भगवान श्री विष्णु की सेवा करते हैं तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब प्रभु श्रीराम और भाई लक्ष्मण यानी शेषनाग और माता सीता के साथ अयोध्या धाम पहुँच रहे हैं तो क्या शेषनाग के दोनों भाई पाताल में से उनसे मिलने के लिए बार बार प्रकट हो रहे हैं? ये रहस्य बहुत ही बडा है क्योंकि अयोध्या के क्षेत्र में जब।
एक सांप को पकड़कर सुरक्षित इलाके में छोडा गया तो वहीं सांप फिर राम मंदिर परिसर में भी देखा गया जिससे कई बार मजदूरों को भी काम करने में भय महसूस हुआ। लेकिन श्री राम का नाम उन्हें हिम्मत देता रहा। प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में नाग देवता का अचानक प्रकट होना एक दिव्य चमत्कार से कम नहीं है। ये हिंदुओं के लिए एक सौभाग्य की बात है की हमने एक ऐसे देश में जन्म लिया जहाँ स्वयं प्रभु श्रीराम अवतरित हो रहे है। आपका इस बारे में क्या विचार हैं? कमेंट करके जरूर बताईएगा बाकी अभी के लिए बस इतना ही उम्मीद करते हैं। राम मंदिर की की पूरी कहानी आप तक पहुंची होगी और मैं चाहता हूँ कि आप इस कहानी को और भी लोगों तक पहुंचाये। ये वीडियो अगर आपको सही लगी हो तो विडियो को लाइक करे और प्लीज इसे और भी लोगों तक जरूर शेयर करे। हमारे चैनल को सब्सक्राइब जरूर करिएगा। फेसबुक पे देख रहे हैं तो पेज को फॉलो कर लीजिए और लाइक जरूर करेगा और कॉमेंट्स एक्शन में जय श्रीराम जरूर लिखें। जय श्री राम मित्रों